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कोणार्क भंडारी
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कोणार्क एक वकील हैं जिन्होंने डिजिटल इकोनॉमी के कुछ विशेष क्षेत्रों पर शोध किया है, मुख्य रूप से डिजिटल क्षेत्र में कंपनियों के एंटीट्रस्ट रेगुलेशन को लेकर अलग-अलग नज़रियों पर। इसके पहले उन्होंने भारत के एंटीट्रस्ट रेगुलेटर - भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) में काम किया था, जहां उन्होंने कई तरह के मामलों पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मिलकर काम किया। वो अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी इकोसिस्टम के रेगुलेशन पर उत्साह के साथ नज़र रखते हैं और उस क्षेत्र में भी काम करने के इच्छुक हैं।

सीसीआई में रहते हुए, कोणार्क डिजिटिल मार्केट्स पर थिंक टैंक की इंटरनल कोऑर्डिनेशन कमिटी के एक सदस्य थे। कोणार्क सीसीआई चेयरपर्सन के ऑफिस के लिए भी काम करते थे, जहां उनके कामों में शामिल था चल रहे मामलों की ताज़ा जानकारी देना और साथ ही भाषण लिखना।

कोणार्क ने एंटीट्रस्ट, बौद्धिक संपदा, और कॉरपोरेट कानून के क्षेत्र में शोध पत्र प्रकाशित किए हैं।

कार्नेगी इंडिया में आने से पहले, कोणार्क सेंटर फॉर दि डिजिटल फ्यूचर के फेलो थे जहां उन्होंने टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म कंपनियों के तुलनात्मक नियमन पर संवाद के लिए काम किया। कोणार्क को सिंगापुर में ग्लोबल लॉ फर्म राजा एंड टैन एशिया के साथ कई सालों तक काम का अनुभव है, जहां उन्होंने उनकी साउथ एशिया प्रैक्टिस ग्रुप और टेलीकॉम, मीडिया एंड टेक्नोलॉजी (टीएमटी) टीम में काम किया। कोणार्क ने नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर से कॉरपोरेट और फाइनेंशियल सर्विसेज़ लॉ में एलएलएम और पुणे के सिंबायोसिस लॉ स्कूल से बीए और एलएलबी की डिग्री हासिल की है।


शिक्षा
एलएलएम, कॉरपोरेट एंड फाइनेंशियल सर्विसेज़ लॉ, नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर, बीए, एलएलबी; सिंबायोसिस लॉ स्कूल, पुणे, भारत
बोली
English, Hindi